नई दिल्ली/आर्ची तिवारी। उत्तर-प्रदेश सरकार की ओर से विद्यार्थियों को खुशखबरी मिली है कि कोरोना वाइरस के चलते उत्तर प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में स्नातक और परास्नातक किसी भी प्रकार की परीक्षाएं नहीं होगी और 48 लाख विधार्थियों को अगली कक्षाओं में प्रवेश मिल जाएगा.
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उच्च शिक्षा विभाग द्वारा शुक्रवार को चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ के कुलपति “प्रो. एन के तनेजा” की अध्यक्षता में शिक्षकों की कमेटी गठित हुई जिसमें परीक्षाएं को न कराने का फैसला किया गया. इस बैठक में उत्तरप्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा की अध्यक्षता में शिक्षकों और सरकारी विभागों के अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श हुआ और सभी याचिकाओं पर चर्चा हुई.
डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि सभी तरफ से परिस्थितियों को टटोला जा रहा है. एक दो दिनों के भीतर ही केन्द्र सरकार द्वारा ऑनलाइन-टू की गाइडलाइंस जारी होगी, उसके बाद ही हम औपचारिक तौर पर इस फ़ैसले का ऐलान करेंगे.
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दरअसल, सरकार द्वारा यह फैसला विधार्थियों की भलाई के लिए लिया गया है. पूरे उत्तर प्रदेश के बड़े बड़े संस्थानों के मुख्य शिक्षकों को इस कमेटी का हिस्सेदार बनाया और सभी की सहमति के बाद ही यह फैसला लिया गया. इसमें उत्तरप्रदेश के 48 विद्यार्थियों को अगली कक्षाओं में प्रवेश मिलेगा.