नई दिल्ली/आर्ची तिवारी। रवींद्रनाथ टैगोर भारत के एक अमूल्य भूषण है जिन्होंने पूरे विश्व में भारत का सर अपने साहित्य के माध्यम से ऊंचा किया रवींद्रनाथ टैगोर भारत के पहले नोबेल पुरस्कार विजेता है। रवींद्रनाथ टैगोर बचपन से ही कविताओं में रुचि रखते थे। हांलांकि, 1874 में उनकी पहली रचना अभिलाष पब्लिश हुई थी। पर क्या आप जानते हैं की बचपन मैं ही उन्होंने अब कई कविताओं को लिखा है? तो आइए जानते हैं कि उनके पूरे जीवन काल में सबसे पहली कविता उन्होंने कौन सी लिखी?
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रवींद्रनाथ टैगोर की सबसे पहली रचना
रवींद्रनाथ टैगोर ने अपनी सबसे पहली रचना महज 12 वर्ष की आयु में लिखी थी। जिसको बाद में “हिंदूमेहर उपोहर” के नाम से पब्लिश की गई। हालांकि, 12 वर्ष की आयु में लिखी इस कविता का कहीं जिक्र नहीं मिलता, पर उन्होंने अपने एक इंटरव्यू में उसका जिक्र किया था। जिसके बाद फिर दुनिया जाने लगी कि उनकी पहली रचना अभिलाष नहीं बल्कि “हिंदूमेहर उपोहर” थी। जो कि बाद में 1875 में पब्लिश हुई थी।
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रवींद्रनाथ टैगोर का जीवन
रवींद्रनाथ टैगोर का जन्म देवेन्द्रनाथ टैगोर और शारदा देवी के सन्तान के रूप में 7 मई 1861 को कोलकाता के जोड़ासाँको ठाकुरबाड़ी में हुआ। उनकी आरम्भिक शिक्षा प्रतिष्ठित सेंट जेवियर स्कूल में हुई। उन्होंने बैरिस्टर बनने की इच्छा में 1878 में इंग्लैंड के ब्रिजटोन में पब्लिक स्कूल में नाम लिखाया फिर लन्दन विश्वविद्यालय में कानून का अध्ययन किया लेकिन 1880 में बिना डिग्री प्राप्त किए ही स्वदेश वापस लौट आए। सन् 1883 में मृणालिनी देवी के साथ उनका विवाह हुआ।