नई दिल्ली/आर्ची तिवारी। कानपुर के चौबेपुर में गुरुवार की रात में हुई पुलिसकर्मियों की हत्या पर पूरा देश शोक प्रकट कर रहा है। आपको बता दें कि विकास दुबे नाम के एक गुंडे को पकड़ने के लिए पुलिस ने सर्च आपरेशन निकाला था जिसमें षड्यंत्र के तहत 8 पुलिसकर्मी को मौत के घाट उतार दिया गया।
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विकास दुबे कौन था
विकास दुबे कानपुर का एक जाना माना गुंडा था। वह 2001 में उसने राजनीति में आने का प्रयास किया पर सफल न होने पर उसने गुंडागर्दी करनी शुरू कर दी। 2002 में उसने बीजेपी के एक मंत्री का खुले आम कत्ल कर दिया और उस दिन के बाद से ही उसका दूसरों को प्रताड़ित करना आम बात हो गई। पुलिस ने बताया है कि विकास दुबे पर 60 से ज्यादा केसेज अलग अलग थानों में दर्ज हैं। जिस वजह से वह सभी पुलिस के सैनिक अपने सीओ के साथ उसको पकड़ने के लिए गुरुवार की शाम से ही विकास के पीछे लगे हुए थे। और किसी षड्यंत्र के चलते विकास और उसके साथियों ने मिलकर उन बेगुनाह पुलिस वालों की निर्ममता से हत्या कर दी।
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योगी आदित्यनाथ ने क्या दिये आदेश
इस घटना के बाद प्रदेश में हलचल मच गई। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने पुलिसकर्मियों की शहादत पर शोक व्यक्त किया। वहीं डीजीपी को कड़े निर्देश दिए कि जबतक विकास दुबे जिन्दा या मुर्दा पकड़ा नहीं जाता तब तक कोई भी अधिकारी कानपुर और घटनास्थल को छोड़ कर नहीं जाएगा। विकास दुबे को पकड़ने का काम जितनी जल्दी हो सके उतनी जल्दी पूरा होना चाहिए। वहीं दूसरी ओर पुलिस प्रशासन ने भी कार्यवाही में तत्परता दिखाते हुए विकास दुबे के पूरा तोड दिया है और घर के सभी सदस्यों को पकड़ कर पूछताछ में लगी हुई है।