हरियाणा के पलवल जिले में 22 फरवरी 2025 को एक गंभीर घटना घटी, जिसमें कथित गौरक्षकों ने मवेशी ले जा रहे दो व्यक्तियों पर हमला किया, जिससे एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई।
घटना का विवरण
राजस्थान के श्रीगंगानगर निवासी ट्रक चालक बालकिशन और उनके सहायक संदीप मवेशियों को लेकर लखनऊ जा रहे थे। रात के समय रास्ता भटकने के कारण वे हरियाणा के पलवल जिले में पहुंच गए। बालकिशन के अनुसार, उन्होंने मार्गदर्शन के लिए रास्ते में खड़े पुलिसकर्मियों से संपर्क किया, जिन्होंने उनकी गाड़ी की तलाशी ली और फिर उन्हें गौरक्षक दल के हवाले कर दिया।
इसके बाद, गौरक्षकों ने दोनों व्यक्तियों के साथ बुरी तरह मारपीट की और तेज धारदार हथियारों से हमला किया। हमलावरों ने उन्हें नहर में फेंक दिया, जिससे संदीप की मृत्यु हो गई। बालकिशन किसी तरह तैरकर सुरक्षित बाहर निकल आए और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस की कार्रवाई
पलवल के पुलिस उपाधीक्षक (अपराध) मनोज वर्मा ने बताया कि इस मामले में 11 आरोपियों में से पांच को गिरफ्तार किया गया है, जिनकी पहचान देवराज, निखिल, नरेश, पवन और पंकज के रूप में हुई है। संदीप के पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि उसे कई गंभीर चोटें आई थीं।
पुलिस पर आरोप
बालकिशन ने आरोप लगाया है कि पुलिसकर्मियों ने उनकी गाड़ी की तलाशी लेने के बाद उन्हें गौरक्षकों के हवाले कर दिया था। इस पर डीएसपी मनोज वर्मा ने कहा कि शिकायत में इस तरह का कोई जिक्र नहीं है, लेकिन यदि ऐसा कोई मामला है तो उसकी जांच की जाएगी।
समाज में प्रतिक्रिया
इस घटना ने समाज में गहरा आक्रोश उत्पन्न किया है। स्वयंभू गौरक्षकों द्वारा कानून हाथ में लेने की यह घटना निंदनीय है और इससे कानून व्यवस्था पर प्रश्नचिह्न लगता है।
निष्कर्ष
हरियाणा के पलवल जिले में हुई यह घटना समाज में कानून के प्रति सम्मान और मानवाधिकारों की रक्षा की आवश्यकता को रेखांकित करती है। पुलिस द्वारा आरोपियों की गिरफ्तारी एक सकारात्मक कदम है, लेकिन इस मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों को सजा मिलना आवश्यक है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।