नई दिल्ली/आर्ची तिवारी। कोरोना वायरस के कारण अभी तक देश में 49 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। वही मौतों का आंकड़ा काम करने के लिए डॉक्टरों ने कोरोना वॉरियर्स के खून में बनते प्लाज्मा को रामबाण इलाज बताया। जिसके कारण आपको कोरोना वॉरियर्स कि खून से निकले प्लाज्मा को स्टोर किया जा रहा है। बता दें कि लखनऊ में देश का सबसे बड़ा प्लाज्मा बैंक बनाया जा चुका है जिसका वर्चुअल उद्घाटन शाम को 5:30 बजे राज्य की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल करेंगी.
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800 से ज्यादा यूनिट प्लाज्मा संग्रह की क्षमता होगी
आपको बता दें कि अब तक राज्य में कोरोना को हरा चुके 45 योद्धा प्लाज्मा दान कर चुके हैं। 25 मरीजों को प्लाज्मा चढ़ाया भी जा चुका है। जिसको देखते हुए अब प्लाज्मा बैंक का गठन किया गया है। विभागाध्यक्ष डॉ. तूलिका चंद्रा के मुताबिक, प्लाज्मा बैंक की क्षमता दिल्ली, महाराष्ट्र के अस्पतालों से अधिक होगी। इसमें 830 यूनिट प्लाज्मा संग्रह करने की क्षमता होगी। यह देश का सबसे बड़ा प्लाज्मा स्टोरेज बैंक होगा।
1 वर्ष तक संग्रह रहेगा प्लाज्मा
विभागाध्यक्ष डॉ. तूलिका चंद्रा ने बताया कि अभी फिलहाल में प्रशासन के पास एक डीप फ्रीज़र है, जिसमें 30 यूनिट प्लाज्मा संग्रह किया जा सकता है। हालांकि, अभी दो डीप फ्रीजर का ऑर्डर दे दिया गया है, जिसमें 400 400 यूनिट प्लाज्मा संग्रह किए जाने की क्षमता होगी। डॉ. तूलिका के मुताबिक यह प्लाज्मा कोरोना मरीजों के लिए कारगर साबित होगा। और उम्मीद है कि इससे मौतों का आंकड़ा भी कम हो सके।
1 दिन में 120 लोग दे सकेंगे प्लाज्मा
प्लाज्मा संग्रह के लिए 1 दिन में 120 कोरोना वायरस प्लाज्मा दान कर सकेंगे। इसके लिए पांच एफेरेसिस मशीनें लगाई गई हैं। जिससे कोरोना वायरस को हरा चुके लोग अपना प्लाज्मा दान कर सकेंगे। बता दें कि केजीएमयू के मुताबिक प्रत्येक व्यक्ति को प्लाज्मा दान करने में एक घंटे का समय लगता है।