नई दिल्ली/आशीष भट्ट। भारत में कोरोना वायरस अब अपना विकराल रूप ले चुका है, हर दिन रिकॉर्ड मामले सामने आ रहे हैं, पिछले 24 घंटों में देशभर से कोरोना के 76 हज़ार से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं, अब हर किसी को कोरोना वैक्सीन का इंतजार है ताकि कोरोना का डर दिमाग से निकल सके, मीडिया रिपोर्ट की माने तो कोरोना की वैक्सीन भारत में 2021 तक आने की संभावना है, भारतीय बाजारों में कोरोना की वैक्सीन साल 2021 के पहले तिमाही में आ सकती है. रिपोर्ट के मुताबिक, दूनिया के स्तर पर फिलहाल चार कोरोना वैक्सीन संक्रमण को रोकने के लिए लगभग दवा के तौर पर मंजूरी पाने के करीब हैं, इनके प्रयोग पूरे होने के बाद मंजूरी मिलने तक की प्रक्रिया 2020 के अंत या 2021 की शुरुआत में पूरी हो सकती है.
भारत में फूटा कोरोना बम एक ही दिन आए रिकॉर्ड 76 हज़ार से ज्यादा मामले
कितनी हो सकती है कीमत
मिली जानकारी के मुताबिक, प्रतिरक्षक प्रतिक्रिया हासिल करने के लिए सुरक्षा और क्षमता, दोनों ही स्तर पर वैक्सीन के पहले व दूसरे चरण के डाटा सही साबित हुआ हैं, ऐसे में उम्मीद है कि भारत में 2021 के पहले तिमाही के दौरान एक सफल वैक्सीन बाजारों में आ जाएगी. रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि कोरोना वैक्सीन की एक खुराक के लिए भारतीय मरीजों को 3 से 6 डॉलर यानि 225 रुपये से 550 रुपये तक खर्च करना पड़ सकता है.
सब तक कब पहुंच पाएगी
जानकारी के मुताबिक, सब तक यह डोज पहुंचाने में लगभग 2 साल लग जाएंगे, लेकिन यह उस स्तर का महज एक तिहाई है, जिसकी कोरोना वैक्सीन हर एक को उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक कार्यक्रम के तहत जरूरत होगी, रिपोर्ट के मुताबिक, यदि सरकारी कार्यक्रमों के वर्तमान आउटपुट को दोगुना कर दिया जाए, तो भी टीकाकरण में 18 से 20 महीने लग जाएंगे.
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पहले किसे मिलेगी
रिपोर्ट के मुताबिक, वैक्सीन के बंटवारे में स्वास्थ्य कर्मियों, 65 साल से ज्यादा के बुजुर्गों, आवश्यक सेवाओं को कर्मचारियों और जनसंख्या के कमजोर आार्थिक वर्ग को वैक्सीन के पहले बैच के तहत टीकाकरण करने में प्राथमिकता दी जा सकती है