नई दिल्ली/ काजल गुप्ता। कोरोना वायरस के कारण सारे काम धंधे ठप पड़े हुए है. आर्थिक स्थिति के शिकार निराश्रितों की मदद के लिए योगी सरकार ने सरकारी खजाना खोल दिया है. योगी सरकार ने वरिष्ठ अफसरों को हर निराश्रित को हर हाल में खाद्यान्न उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं. अब इनको राशन के साथ साथ आर्थिक सहायता भी दी जाएगी.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने सोमवार को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक करी. बैठक के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों और शहरों में बिना राशन कार्ड वाले निराश्रितों को चिह्नित कर तत्काल एक हजार रुपये व पर्याप्त खाद्यान्न उपलब्ध कराने का आदेश दिया है. ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम प्रधान से उन्हे 1000 रुपए की सहायता भी दी जाएगी. शहरों में निराश्रितों के देखभाल के साथ उनकी हर मदद की जिम्मेदारी नगर निकाय की होगी. निराश्रितों को तत्काल राशन और 1000 रुपये की मदद के साथ ही कहीं पर भी निराश्रित की मृत्यु हो जाने पर अंतिम संस्कार के लिए 5000 रुपये की व्यवस्था की गई है. मुख्यमंत्री ने कहा कि छोटी ग्राम पंचायतों की निधि में धनराशि के अभाव पर भी निराश्रितों की मदद नहीं रुकनी चाहिए. जिलाधिकारी तत्काल टीआर–27 से धनराशि उपलब्ध कराएं. बाद में सीएम रिलीफ फंड से यह धनराशि प्राप्त कर ली.
शुरू हो गया राशन का प्रथम वितरण
लॉकडॉउन के तीसरे माह जून के राशन का प्रथम वितरण चक्र शुरू हो गया है. नियमित वितरण में कार्डधारकों को एक किलो चना फ्री मिलेगा. वहीं प्रवासी श्रमिकों को अस्थाई राशन कार्ड पर नि:शुल्क राशन वितरित होगा. वितरण सुबह छह बजे से रात नौ बजे तक चलेगा. बीते दो माह की तरह मनरेगा मजदूर, श्रम विभाग व नगर निकाय में पंजीकृत श्रमिक और अंत्योदय राशनकार्ड को नि:शुल्क राशन व एक किलो चना मिलेगा. वितरण 11 जून तक चलेगा. दूसरे शहरों से लौटे या यहां फंसे प्रवासी मजदूरों परिवारों को फ्री-राशन मिलेगा. आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत चिह्नित परिवारों को जारी अस्थाई राशन कार्ड पर तीन किलो गेहूं व दो किलो चावल और एक किलो चना नि:शुल्क दिया जाएगा.