नई दिल्ली/आर्ची तिवारी। भारत और चीन के बीच हुई मुठभेड़ से दोनों देशों के संबंधों के बीच तल्खी एक अलग स्तर पर पहुंच चुकी है. भारत ने अपने 1 सैन्य अधिकारी और 2 जवानों को खोया है वहीं चीन के भी कुछ सैनिकों के मारे जाने की खबर मिली है. ऐसे में चीन अपनी बयानबाजी से भारत पर इस घटना का पूरा आरोप मढ़ देना चाहता है, और इस घटना में वह अपने आप को निर्दोष साबित करने में लगा हुआ है.
चीन ने भारत को उसकी सीमा में घुसने का आरोप लगाया है. वहीं उसने भारत को पहले हमला करने का दावा भी किया है. हालांकि उसने अपने बयान में भारत से डर का भी जिक्र कर दिया, चीन ने कहा है कि इस घटना के बाद भारत कुछ बड़ी कार्रवाई कर सकता है इसलिए वह चाहता है कि भारत एकतरफा कार्रवाई न करें.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी CDS रावत और सेना अध्यक्क्षों के साथ अहम बैठक की जिसमें चीन से सीमा विवाद पर बातचीत हुई है. अब देखना यह है कि दोनों देश इस मसले पर क्या प्रतिक्रिया करते हैं. पर इन सब में दुःख की बात यह है कि सैनिक हमेशा इन सब के बीच अपनी जान न्यौछावर कर दिया करते हैं.