कृषि बिल को लेकर भाजपा को बड़ा झटका, 24 साल पुराना अकाली दल का साथ छूटा

0
66
Pratibimb News

नई दिल्ली/आशीष भट्ट। किसान बिल को लेकर एनडीए गठबंधन को बड़ा झटका लगा है, शिरोमणि अकाली दल ने एनडीए के साथ अपना नाता तोड़ दिया है, शिरोमणि अकाली दल एनडीए की पुरानी साथी रही है, लेकिन किसान बिल को लेकर पहले अकाली दल की हरसीमरत कौर बादल ने मोदी कैबिनेट से इस्तीफा दिया और अब अकाली दल ने एनडीए से अपना समर्थन वापस ले लिया है. शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि “शिरोमणि अकाली दल की कोर कमेटी ने सर्वसम्मति से भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन से बाहर निकलने का फैसला किया है, क्योंकि केंद्र सरकार ने फसलों के एमएसपी और उनकी खरीद के लिए कानूनी गारंटी देने से इन्कार कर दिया था, भाजपा पंजाबी और सिख मुद्दों पर निरंतर असंवेदनशीलता दिखा रही है.”

ये भी पढ़ें Bollywood Drug Case : NCB के दफ्तर पहुंची दीपिका पादुकोण की मैनेजर करिश्मा प्रकाश

मोदी कैबिनेट से इस्तीफा देने वाली और अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि, “यदि तीन करोड़ पंजाबियों की पीड़ा और विरोध भी कठोर रुख को पिघलाने में विफल रहता है, तो यह वाजपेयी जी और बादल साहब द्वारा परिकल्पित एनडीए नहीं है, एक गठबंधन जो अपने सबसे पुराने सहयोगी की नहीं सुनता और राष्ट्र का पेट भरने वालों की तरफ नहीं देखता, तो यह पंजाब के हित में नहीं है.” आपको बता दें कि एनडीए एक विचार धारा का गठबंधन हैं जिसमें हर राज्य के वो दल जो बीजेपी की विचारधारा और नीतियों का समर्थन करते हैं वो शामिल हैं, अकाली दल के अलग होने से पहले शिव सेना ने भी एनडीए से नाता तोड़ दिया था, उससे भी पहले आन्ध्र प्रदेश की चंद्रबाबू नायडू की तेलगू देशम पार्टी भी एनडीए का हिस्सा थी लेकिन उसने भी एनडीए से नाता तोड़ दिया था.

ये भी पढ़ें माधुरी दीक्षित ने दिखाए अपने खतरनाक डांस मूव्स, इंटरनेट पर मचा तहलका

agriculture bill

अकाली दल के अलग होने के बाद शिव सेना नेता संजय राउत ने कहा कि, NDA के मजबूत स्तंभ शिवसेना और अकाली दल थे, शिवसेना को मजबूरन NDA से बाहर निकलना पड़ा, अब अकाली दल निकल गया, NDA को अब नए साथी मिल गए हैं, मैं उनको शुभकामनाएं देता हूं, जिस गठबंधन में शिवसेना और अकाली दल नहीं हैं मैं उसको NDA नहीं मानता.

ये भी पढ़ें हिना खान ने अपने इस अंदाज से फैंस को किया खुश, लोगों ने की जमकर कर तारीफ

कैसा रहा अकाली और बीजेपी का साथ

अकाली दल और भाजपा का साथ करीब 24 साल पुराना था और दोनो के बीच रिश्ते भी काफा मधुर थे, लेकिन कृषि बिल को लेकर, दोनो में दरार आई पहले उन्होंने कैबिनेट में पद छोड़ा और अब एनडीए का साथ छोड़ दिया, अकाली दल और भाजपा के बीच रिश्तों को राजनीतिक से ज्यादा सामाजिक सौहार्द के रूप में देखा जाता रहा है, पंजाब में अकाली – भाजपा का गठबंधन 1997 में ही हो गया था और करीब 22 साल पहले अकाली दल एनडीए का हिस्सा बना था.

ये भी पढ़ें Bigg Boss 14: सबसे लोकप्रिय शो बिग बॉस में इस बार स्पा, मॉल, थिएटर और रेस्टोरेंट तक, यहां देखे तस्वीरें

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here